नाम : अशोक कुमार उपाध्याय
पद : ब्लॉक प्रेसिडेंट , इगलास , अलीगढ़
नवप्रवर्तक कोड : 71182876
अशोक कुमार एक सामाजिक नवप्रर्वतक हैं। ग्रामीण परिवेश से ताल्लुख रखते हैं। पेशे से अधिवक्ता होने के साथ-साथ समाज में कमजोर व पिछड़े वर्ग के लोगों की मदद करना ही उनका कार्य है। विद्यार्थी जीवन से ही वे समाज के लोगों के लिए कार्य करते आ रहे हैं । अशोक कुमार ने इंटरमीड़ियेट की परीक्षा के बाद से ही गांव के लोगों के लिए सिचाई के पानी और नहरों कों लेकर काफी संघर्ष किया है।
अशोक कुमार प्रयासरत हैं की वह अपने क्षेत्र में एक विद्यालय का निर्माण करायें। जिसमें गरीब कन्याओं सहित लोग अपने बच्चों को सही शिक्षा प्रदान कर सकें उन्हे वह शिक्षा गृहण करवाकर वह शिक्षित पीढ़ी का निर्माण करना चाहते हैं। उनका कहना है कि जब एक लड़की शिक्षित होगी तभी परिवार में संस्कृती व आने वाली नस्ल को सही रास्ता दिखा सकती है।
बीए अध्यन के दौरान ग्रामीणों के साथ मिलकर अपने निजी खर्चे पर शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालयों में कमरे बनवाये। 1974 में जब साधनों की कमी होने पर लोग नहर के पानी में होकर गांव में आते-जाते थे तो उन्होने अपने प्रयासों से वहां पर पुल का निर्माण करवाया जिससे लोगों को आने-जाने में राहत मिली। अधिवक्ता होने के नाते वह आज भी लोगों के लिए फ्री में मुकदमें लड़ रहे हैं। अशोक कुमार जी ने क्षेत्र के मुद्दे पर चर्चा करते हुए बताया कि हमारे समाज की नींव शिक्षा व उसके साथ-साथ गांवों में मूलभूत सुविधाएं हैं जैसे- नदीयां, तालाब, स्कूल, नाली, ख़रंजे, सड़कें इन सबका का निर्माण कराया जाये।
आज जो शिक्षा दी जा रही है वह उत्तम शिक्षा नही है। वह हम सभी अपने कार्यों को दिखावे के लिए इतिश्री कर लेते है। क्या वाकई उच्च शिक्षा दी जा रही है ?। ऐसी कौन सी शिक्षा है दी जा रही है जहां बच्चों को रोजगार मिल रहा है नाही संस्कृति मिल पा रही है? ऐसी शिक्षा से क्या होने वाला है? आज एक सबसे बड़ी परेशानी यह है कि जो ग्रामीण परिवेश में रहकर अपने बच्चों को इंगलिश मीड़ियम स्कूल में पढ़ाते हैं और वह यह सोचते हैं कि हमारा बच्चा इंगलिश स्कूल में पढ़ रहा है तो हमारा बच्चा तो सही शिक्षा ग्रहण कर रहा है।
जब तक हम अपने आस-पास के माहौल को शिक्षित नही करेंगे तब तक हम शिक्षित समाज का निर्माण नहीं कर सकते हैं। ऐसे लोग अपने बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे अशोक कुमार जी के अपने निजी विचार हैं। भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय मुद्दा जनसंख्या का है। आज समाज में जो हो रहा है उसका कारण युवाओं का शिक्षित न होना और रोजगार न मिलना आदि है। सरकार को इस पर विचार करने की आवश्यकता है। आज हम जो भी लीडर चुनते हैं वह जनता के बारे में कम अपने आप के बारे में ज्यादा सोचते हैं।